स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: स्टॉक ब्रोकर्स द्वारा दिवाली पर नए साल का स्वागत करने की परंपरा भारतीय व्यापार और निवेश संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दौरान ब्रोकिंग समुदाय चोपड़ा पूजा या खाता पूजा करता है, जो उनके व्यापार की सफलता और समृद्धि का प्रतीक है।
मोमेंट के दौरान कई मारवाड़ी व्यापारी शेयर बेचते थे, क्योंकि उनका मानना था कि इस दिन घर में पैसा नहीं आना चाहिए, जबकि गुजराती व्यापारी शेयर खरीदते थे। हालांकि इसके लिए कोई ठोस डेटा नहीं है, लेकिन वर्तमान में मोमेंट ट्रेडिंग काफी हद तक एक प्रतीकात्मक प्रथा बन गई है। यानी, ज्यादातर हिंदू निवेशक लक्ष्मी पूजा के बाद मजबूत कंपनियों के शेयर खरीदकर नए साल की शुभ शुरुआत करते हैं, जिससे लंबे समय में अच्छे नतीजे मिल सकते हैं।