एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: उत्तर प्रदेश के वाराणसी के आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने आज कहा, "मैंने संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र लिखा है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना इसलिए की गई थी कि अगर दुनिया में कहीं भी मानवता पर कोई हमला होता है, तो संयुक्त राष्ट्र उनके साथ खड़ा होगा। लेकिन दुर्भाग्य से, संयुक्त राष्ट्र अभी भी चुप है।"
"अभी बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास के दो वकीलों को बुरी तरह पीटा गया है। क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि निर्दोष चिन्मय कृष्ण दास के साथ अन्याय हो और हमेशा के लिए वह जेल में रहे। इसलिए वे साथ खड़े हुए। लेकिन साधु के वकीलों को पीटा गया है। हम चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र इसमें हस्तक्षेप करे। महिलाओं और बच्चों पर हमला किया जा रहा है, घरों में आग लगाई जा रही है। अगर आप कार्रवाई नहीं कर सकते तो संयुक्त राष्ट्र को भंग कर दीजिए।"