कांग्रेस-भाजपा में गठबंधन! दोहराया जा सकता है 1992 का इतिहास

लुधियाना नगर निगम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं हो सका है। वैसे आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है फिर भी निगम की सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है। 

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Jagganath Mondal
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: लुधियाना नगर निगम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं हो सका है। वैसे आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है फिर भी निगम की सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है। 

जानकारी के मुताबिक, ऐसे में चर्चा है कि जिस कारण कांग्रेस और भाजपा 1992 का इतिहास दोहरा सकते है। लुधियाना नगर निगम के लिए जब पहली बार चुनाव हुए थे तो उस समय भी किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। उस वक्त कांग्रेस के समर्थन से यह फैसला किया गया था कि ढाई ढाई साल के लिए दोनों पार्टिया मेयर बनाएंगी। जिसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता चौधरी सतप्रकाश को मेयर बनाया गया था।

अब भी आप के बाद कांग्रेस दूसरी बड़ी पार्टी बनी है। भाजपा के भी 19 पार्षद है। दोनों पार्टियों में गठबंधन होने के पूरे आसार बने हुए है। अब दोनों पार्टियों के हाईकमान को इसका फैसला करना है। हालांकि कांग्रेस मेयर पद मांग रही है, जबकि भाजपा को सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद दिए जाने की चर्चा है। वहीं भाजपा को भी मेयर पद चाहिए।