स्टाफ रिपोटर,एएनएम न्यूज़ : "एक राष्ट्र एक चुनाव" को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। कल केंद्रीय मंत्रिस्तरीय बैठक में सभी मंत्रियों ने इस 'एक देश एक चुनाव' पर अपनी मुहर लगा दी। इस संदर्भ में बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, ''बीजू जनता दल ने शुरू में 'एक देश एक चुनाव' की अवधारणा का समर्थन किया था। लेकिन मैं इस बात को लेकर थोड़ा चिंतित हूं कि भारत सरकार इस पूरे मामले को कैसे देख रही है। 'वन नेशन वन इलेक्शन' क्या है ये अब तक सामने नहीं आया है। क्या किसी को पता है कि संसद भंग हो जायेगी? अगर कल कोई संवैधानिक संकट आ गया तो क्या होगा?”
“क्या होगा यदि अविश्वास मत के माध्यम से शीघ्र उन्मूलन की मांग की जाए? इसे ख़त्म करने की ज़रूरत है इसलिए मैं कहूंगा कि हमने मीडिया रिपोर्टों से सुना है कि वे शायद इसे विधायी जांच के माध्यम से जाने देंगे। खेत के कानून की तरह जल्दी मत करो। यह आगे चलकर कई समस्याओं से भरा होगा। तो, आइए इस मुद्दे पर न केवल राजनीतिक दलों के साथ बल्कि समाज के सभी हितधारकों के साथ व्यापक चर्चा करें।