पाकिस्तानी नागरिकों को तेलंगाना से वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू

पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर 24 अप्रैल को गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के बाद तेलंगाना पुलिस ने राज्य में 33 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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Jagganath Mondal
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर 24 अप्रैल को गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के बाद तेलंगाना पुलिस ने राज्य में 33 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र ने केंद्र के आदेश को लागू करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की। इस आदेश के तहत, पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी नियमित वीज़ा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए जाएँगे। मेडिकल वीज़ा एक अपवाद है, जो 29 अप्रैल तक वैध रहेगा, जबकि लॉन्ग-टर्म वीज़ा (LTV), राजनयिक और आधिकारिक वीज़ा धारकों को निलंबन से बाहर रखा गया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 232 पाकिस्तानी नागरिक अलग-अलग वीजा पर तेलंगाना में हैं। इनमें से 33 नियमित वीजा पर हैं और उन्हें देश छोड़ना होगा। शेष 199, जिनके पास एलटीवी है, नए निर्देश से प्रभावित नहीं होंगे।

जिन लोगों का वीजा रद्द किया जा रहा है, उन्हें ‘भारत छोड़ो’ का नोटिस भेजा जाएगा। हैदराबाद स्पेशल ब्रांच (एसबी) के डीसीपी चैतन्य कुमार ने कहा, “हैदराबाद में 1985, 2010, 1991 और 2023 में जन्मे चार लोग हैं। सभी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसमें कोई देरी या बहानेबाजी नहीं होगी।”  

इस बीच, राज्य पुलिस ने गृह मंत्रालय से कुछ विशेष मामलों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें एक भारतीय महिला का मामला भी शामिल है, जो एक पाकिस्तानी नागरिक से तलाक के बाद अपने बच्चे के साथ भारत लौट आई थी। साइबराबाद स्पेशल ब्रांच (एसबी) के डीसीपी बी. साई श्री ने पुष्टि की, "मौजूदा आदेशों के अनुसार, बच्चे, जो एक पाकिस्तानी नागरिक है, को वापस भेजा जाना चाहिए, हालांकि मां को रहने की अनुमति है।" विदेशी अधिनियम, 1946 के तहत जारी किए गए ‘भारत छोड़ो’ नोटिस के तहत विदेशी नागरिकों को एक निश्चित समय सीमा के भीतर देश से बाहर निकलने की आवश्यकता होती है, अक्सर वीजा उल्लंघन या सुरक्षा चिंताओं के लिए। अधिकारी साई श्री ने कहा, “संबंधित व्यक्तियों पर पहले से ही कड़ी निगरानी रखी जा रही है। हमारे पास उनकी तस्वीरें, पते और दस्तावेज हैं और लगातार निगरानी की जा रही है।”