स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: हमारे चंद्रयान-3 ने स्लीपिंग मोड (sleeping mode)पर जाने से पहले कई अहम और खास जानकारियां भेजी हैं ।
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के विक्रम लैंडर (Vikram Lander) में लगे चास्टे पेलोड ने चंद्रमा के तापमान से जुड़ा पहला ऑब्जर्वेशन (observation) भेजा था। इसके बाद प्रज्ञान रोवर ने 4 मीटर का गड्ढा देखकर रास्ता भी बदला। रोवर ने चांद पर सल्फर होने की पुष्टि की और उम्मीद के मुताबिक, एल्युमीनियम, कैल्शियम, लौह, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन होने का अनुमान है। अभी और डिटेल्स आनी बाकी है। इसके बाद रोवर (rover) ने निरंतर आगे बढ़ते हुए चंद्रमा की सतह पर भूकंप (Earthquake) भी रिकॉर्ड किया।