स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : चांद की सतह पर प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) चहलदमी करने के साथ साथ एक से बढ़कर एक जानकारी भी दे रहा है। प्रज्ञान(Pragyan rover on moon surface) ने अब तक जो जानकारी दी है उसके मुताबिक धरती पर कम होते संसाधनों का विकल्प मिल सकता है। चांद पर चहलकदमी के दौरान एक बार प्रज्ञान क्रेटर में गिरते गिरते इसरो(isro) की सतर्क निगाहों ने बचा लिया। इसरो का कहना है कि उम्मीद है कि चांद पर उस जगह 19 सितंबर के बाद रोशनी होगी तो विक्रम और प्रज्ञान दोनों काम कर सकेंगे। बता दें कि 23 अगस्त को जब विक्रम लैंडर(Vikram Lander) चांद की सतह पर उतरा उस दिन से लेकर पांच सितंबर तक रोशनी रहेगी। पांच सितंबर के बाद अंधेरा हो जाएगा।