एक पुष्प के लिये तरसता रहा रवींद्र भवन की आईएनए शहीद स्मारक

आसनसोल स्थित रवींद्र भवन में स्थापित आईएनए शहीद स्मारक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128 वीं जयंती पर एक फूल के लिये तरस गया। आठ जुलाई 1945 में नेताजी ने मणिपुर में पहला आईएनए शहीद स्मारक बनवाया था। 

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Jagganath Mondal
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Ravindra Bhavan's INA martyr memorial longed for a flower

Ravindra Bhavan's INA martyr memorial longed for a flower

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: देश के कोने-कोने में गुरुवार को नेताजी की जयंती मनाई जा रही है, उनकी मूर्ति पर मलार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी गई। लेकिन आसनसोल स्थित रवींद्र भवन में स्थापित आईएनए शहीद स्मारक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128 वीं जयंती पर एक फूल के लिये तरस गया। आठ जुलाई 1945 में नेताजी ने मणिपुर में पहला आईएनए शहीद स्मारक बनवाया था, इसके अलावा कोलकाता के रेड रोड और आसनसोल के रवींद्र भवन में यह शहीद स्मारक बनवाया गया है।

2018 में आईएनए के सदस्य सह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर अमर बहादुर सिंह, उस समय आसनसोल नगर निगम के मेयर जितेंद्र तिवारी, पश्चिम बर्धमान के जिला शासक व पुलिस प्रशासन सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में आईएनए शहीद स्मारक को बनवाया गया था।

भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी ने नाराजगी जताते हुए कहा की भले ही आईएनए शहीद स्मारक की स्थापना दिवस 21 अक्टूबर को मनाया जाता हो पर 23 जनवरी को नेताजी की जयंती पर भी इस समारक को सम्मान देना चाहिये। नेताजी के द्वारा बनवाई गई समारक को नजर अंदाज नही करना चाहिये। नेताजी की जयंती पर आज के दिन उनको कहीं न कहीं अपमानित करने का काम किया गया है। वहीं इस मामले में अजय चक्रवर्ती नेताजी रिसर्चर ने कहा की नेताजी की जयंती के दिन कहीं न कहीं यह गलत हुआ है क्योंकि आईएनए शहीद स्मारक का यह समारक नेताजी से जुड़ा हुआ है, उनके द्वारा बनाई गई आजाद हिन्द फौज के शहीदों के याद में बनवाया गया है।