स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : ज्योतिष अनुसार अगर आपके पूर्वज आपसे नाराज़ है तो पितृदोष दूर करने के लिए पौष अमावस्या पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध जरूर करवाए। इसके अलावा अमावस्या के दिन स्नान के बाद पितरों को कुश और जल से तर्पण देना शुभ होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पितर तृप्त हो जाते हैं और सुख समृद्धि व वंश वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
पितरों को प्रसन्न करने के लिए आप पंचबलि कर्म और दान भी कर सकते हैं। पंचबलि कर्म में पितरों को भोजन कराया जाता है। इस दौरान घर का बना हुआ भोजन कुत्तों, कौआ, गाय आदि को दिया जाता है। गरीबों को अन्न व वस्त्रों का दान करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं।