स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : इस दिन ब्रह्म मुहूर्त काल (Brahma Muhurta Kaal) में उठ कर स्नान-ध्यान (bath meditation) से निवृत होकर सर्वप्रथम व्रत का संकल्प करना चाहिए। इसके बाद भगवान कल्कि (Lord Kalki) जी के प्रतिमूर्ति को गंगा स्नान कराना चाहिए। उन्हें वस्त्र पहनाएं और भगवान कल्कि जी को पूजा स्थल पर एक चौकी पर अवस्थित करें। तत्पश्चात भगवान कल्कि जी को जल का अर्घ्य देकर पूजा प्रारम्भ करना चाहिए। इसके बाद फल, फूल, धुप, दीप, अगरबत्ती आदि से भगवान कल्कि जी की पूजा करना चाहिए। आरती-अर्चना करने के पश्चात पूजा सम्पन्न करना चाहिए और पूजा सम्पन्न होने पर भगवान कल्कि जी से परिवार के सुख, शांति, वैभव की कामना करना चाहिए। इस प्रकार कल्कि जयंती की कथा सम्पन्न हुई। अब प्रेम से बोलिए भगवान श्री विष्णु (Lord Shri Vishnu) जी की जय।