स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाने वाली अक्षय तृतीया को हिंदू पंचांग के सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है। अक्षय तृतीया को 'अखा तीज' भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान परशुराम, नर-नारायण और हयग्रीव का अवतार हुआ था। इस बार अक्षय तृतीया शनिवार, 22 अप्रैल को मनाई जाएगी।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन द्वापर युग का अंत हुआ था और त्रेता युग और सतयुग की शुरुआत हुई थी। इस दिन अधिकांश शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इस दिन गंगा स्नान करने का भी बड़ा महत्व बताया गया है। जो मनुष्य इस दिन गंगा स्नान करता है, वह निश्चय ही सारे पापों से मुक्त हो जाता है। इस दिन पितृ श्राद्ध करने का भी विधान है। जौ, गेहूं, चने, सत्तू, दही-चावल, दूध से बने पदार्थ आदि सामग्री का दान अपने पितरों के नाम से करके किसी ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए।