स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कहते हैं कि बड़े से बड़ा संकट भी हनुमान जी का नाम लेने से दूर हो जाता है। मंगलवार के दिन ही नहीं बल्कि सप्ताह के सातों दिन अगर हनुमान जी का नाम लिया जाए और स्मरण किया जाए, तो हर बिगड़े काम बनने लगते हैं। मान्यता है कि हनुमान जी को सच्चे मन और पूरी श्रद्ध के साथ मारुतिनंदन को याद किया जाए,तो भगवान जी भक्तों के सभी दुख दूर करते हैं। शास्त्रों में ऐसे अनेक मंत्र और तंत्र का प्रयोग किया गया है,जिनके प्रयोग से उन्हें आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। अगर विधि विधान के साथ इन मंत्रों का जाप किया जाए, तो उनकी समस्य समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है। आइए जानें इस मंत्र के बारे में।
मंत्र-
शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्।
रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्॥1॥
नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा।
भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंगव निर्भरां मे कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च॥2॥
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥3॥
यूं करें मंत्रों का जाप-
इस मंत्र का जाप अगर विधिपूर्वक किया जाए, तो ही इसके लाभ मिलते हैं। हनुमान चालीसा के बाद इस श्लोक को प्रतिदिन 7 बार पाठ किया जाता है। इस मंत्र के जाप के दौरान उनसे कुछ भी पाने की इच्छा न करें और न ही उनके कुछ मांग करें। ऐसा कई दिनों तक लगातर करने से व्यक्ति की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके साथ ही ध्यान रखेम कि जब भी इस अनुष्टान करें तब सात्विक जीवन जिएं। ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें। साथ ही, आहार विहार भी शुद्ध रखें।