स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कोलकाता (Kolkata) के कई निजी अस्पताल (private hospitals) बिस्तर संकट का सामना कर रहे हैं । एक महीने से मरीजों की संख्या 90% के आसपास है। वायरल संक्रमण में वृद्धि, सर्जरी में वृद्धि और डेंगू के रोगियों में भी लगातार वृद्धि के कारण प्रवेश में वृद्धि के कारण बिस्तर (Bed) भर गए हैं। कुछ अस्पतालों में प्रवेश के लिए प्रतीक्षा समय 12-24 घंटे तक बढ़ गया है। कुछ को सर्जरी के बाद भर्ती मरीजों को बिस्तर आवंटित करने में भी कठिनाई हो रही है। कई लोग हालत की गंभीरता और बिस्तरों की उपलब्धता के आधार पर आईसीयू और वार्डों में स्थानांतरित करने से पहले अपने आपातकालीन विभागों (emergency departments) में मरीजों का इलाज (treatment) कर रहे हैं। जिनमें वे भी शामिल हैं जो वेंटिलेशन पर हैं।