राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज,सालानपुर: ईसीएल का कोयला ट्रांसपोर्टिंग के दौरान बन गया पत्थर। बीते सोमवार एक बार फिर ईसीएल के कोयले को उत्पादन कोलियारी से बनजेमहारी रेलवे साइडिंग में रैक लोडिंग के लिए ले जाने के क्रम में कोयला तस्करों द्वारा पत्थर बना दिया गया। चौकियों मत? यह मामला पहली बार नही है? इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके है। जिसमें ईसीएल की सुरक्षा विभाग की तत्परता एंव कारवाई के बाद डम्फर (हाइवा) को जब्त कर चालक, एंव वाहन मालिक के खिलाफ कार्यवाही की जा चूंकि है। हालांकि ईसीएल सुरक्षा विभाग की कोशिश से कई हद तक कोयला तस्करों पर लगाम लगी है। इसके बाउजूद कोयला तस्कर मौके का फायदा उठा कर कोयले की जगह पत्थर भेज कर झटके के रूप में कोयले की तस्करी करने का प्रयास करते है। बीते सोमवार ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया, बताया जा रहा है ईसीएल सालानपुर एरिया के इटापारा कोलियरी से 15 अप्रेल रविवार रात दो डम्फर(पंजीकरण संख्या WB 45 5675 , WB 53 C 2311) बनजेमिहारी साइडिंग के लिए कोयला लाद कर निकला और रास्ते मे ही डम्फर में लदा कोयला बेंड(पत्थर कोयला) में तब्दील हो गया। वही मामले को लेकर सालानपुर थाने में दिनांक 17.04.23 को दर्ज कांड संख्या 74/23 के अनुसार इटापारा कोलियरी से दो डम्फर 15 अप्रेल रविवार रात बनजेमिहारी साइडिंग के लिये कोयला लाद कर निकले, दोनों डम्फर को राष्ट्रीय राज्यमार्ग से जुबली-चोरांगी-देन्दुआ होते हुये बनजेमिहारी रेलवे साइडिंग जाना था। लेकिन रास्ते मे ही जुबली मोड़ के समीप दोनों डम्फरों में ईसीएल द्वरा लगाये गये जीपीएस सिस्टम को टेम्परिंग करने का ईसीएल सुरक्षा अधिकारियों को सूचना मिली जिसके बाद ईसीएल की सुरक्षा टीम एंव सीआईएसएफ टीम ने बनजेमिहारी कोलयरी के गेट सोमवार सुबह करीब 3 बजे दोनों डम्फरों को चालक समेत रोका एंव जांच की तो पाया कि डम्फरों में ईसीएल के कोयले कि जगह पत्थर लदा है, एंव दोनों डम्फर करीब एक घण्टे लेट से गंतव्य पर पहुँचे है, जिसके बाद जाँच के लिए डम्फरों को निगरानी में रखा गया। सुबह बनजेमिहारी रेलवे साइडिंग प्रबंधन, सुरक्षा दल, सीआईएसएफ टीम एवं ओटीआईएफ के प्रबंधक की उपस्थिति में जब लोडेड डम्परों की जांच की गई, तो पाया गया कि डम्फरों में कोयले की जगह पत्थर, बैंड एंव मिट्टी आदि लदा है। उक्त टीम ने दोनो टिप्पर/डम्परों से लदे बैंड का नमूना(सैम्पल) लिया और उसे सालानपुर एरिया लैब, बाराचक हाउस के केमिस्ट के पास जांच के लिए भेज दिया। जाँच की रिपोर्ट में डम्फरों में कोयले की जगह नॉन ग्रेडेड कोयला यानी बैंड, मिट्टी की पुष्टि के बाद दोनों डम्फरों को ब्लैकलिस्ट कर, दोनों डम्फर मालिक एंव चालक के खिलाफ बीते सोमवार शाम सालानपुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराया एंव डम्फरों एंव चालको को पुलिस के हवाले कर दिया गया। मामले में गुप्त सूत्रों से बताया जा रहा है कि दोनों डम्फर इटापारा कोलियरी से लगभग 48 टन कोयला लोड कर निकले थे, जिसे अन्य स्थान पर खाली कर उसके जगह पर बैंड(पत्थर) लोड कर कोलियरी में खाली करने जा रहे थे। सूत्रों की माने तो ईसीएल के कोयले को जुबली से चोरांगी के बीच में सटे भट्टो में या रानीगंज क्षेत्र में किसी भट्टे में खाली किया गया है। एंव बाद में पत्थर लाद कर कोलयरी में खाली करने के लिऐ भेज दिया गया। मामले में इसीएल सालानपुर एरिया सुरक्षा टीम पूरे घटना में जाँच में जुट गई है और पता करने की कोशिश कर रही है की यह कोयले के बदले पत्थर में कोन-कोन सामिल है? वही हमारे सूत्रों के अनुसार यह पूरा खेल श्रीपुर, निंघा क्षेत्र के कतिथ कोयला माफिया खुर्शीद का नाम सामने आ रहा है। वही सालानपुर पुलिस ने दोनों डम्फरों को जब्त कर लिया है एंव चालकों को गिरफ्तार कर मंगलवार आसनसोल न्यायालय के सुपुर्द कर मामले में आगे की जाँच के लिये पुलिस हिरासत की अपील की है। जिससे इस काले धन्धे में सामिल लोगो की गिरफ्तारी की जा सके। वही न्यायालय ने आरोपियों की 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। गिरफ्तार आरोपी चालक का नाम सौविक बाउरी एंव सहबाज खान बताया जा रहा है, जो अंडाल थाना क्षेत्र के निवासी बताये जा रहा है। पुलिस हिरासत में पूछताछ के बाद कई नाम सामने आ सकते है।
ट्रांसपोर्टिंग के दौरान ईसीएल का कोयला बना पत्थर
ईसीएल का कोयला ट्रांसपोर्टिंग के दौरान बन गया पत्थर। बीते सोमवार एक बार फिर ईसीएल के कोयले को उत्पादन कोलियारी से बनजेमहारी रेलवे साइडिंग में रैक लोडिंग के लिए ले जाने के क्रम में कोयला तस्करों द्वारा पत्थर बना दिया गया।
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