स्टाफ रिपोटर, एएनएम न्यूज़: आरजी द्वारा डॉक्टरों से बलात्कार और हत्या के मामले में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस बैकफुट पर है। राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष आरएंडजी टैक्स मुद्दे को आंदोलन के तनाव को बढ़ाने के लिए हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। आम लोग हर दिन सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं। सभी की मांग है कि उन्हें लक्ष्मी भंडार नहीं चाहिए, सरकार लक्ष्मी की सुरक्षा सुनिश्चित करे। इस माहौल में तृणमूल नेता कुणाल घोष ने ममता की लोकप्रिय परियोजना लक्ष्मी भंडार के बारे में बात की।
कुणाल ने मांग की कि सरकार लक्ष्मी भंडार और राज्य सरकार की अन्य परियोजनाओं में नहीं रहना चाहने वालों को रिफंड की व्यवस्था करे। आरजी टैक्स के गरमाए माहौल में कुणाल घोष ने कल सोशल मीडिया पर लिखा, “लक्ष्मी भंडार और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं में नहीं रहना चाहने वालों के लिए सरकार रिफंड फॉर्म उपलब्ध कराए। सरकारी शिविर में लौटने के लिए दरवाजे पर एक काउंटर होना चाहिए।”
उसके बाद कई लोग राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं और अनुदानों को वापस करने के लिए आगे आए। कई क्लबों ने तो यहां तक घोषणा कर दी है कि वे पूजा के अवसर पर ममता सरकार द्वारा दिए जाने वाले दान को स्वीकार नहीं करेंगे। इस माहौल में कुणाल ने लिखा, "हम भी दोषियों या दोषियों को फांसी देने का अनुरोध करते हैं। लेकिन घटिया राजनीति नहीं।"