टोनी आलम, एएनएम न्यूज : लाउदोहा (Loudoha) स्कूल मैदान में हुई जनसभा में अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) के अलावा तृणमूल (TMC) के राज्यसभा सांसद डॉ. शांतनु राय, राज्य के पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार, रानीगंज (Raniganj) के विधायक तापस बनर्जी, पांडबेश्वर (Pandabeshwar) विधायक व पार्टी जिलाध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती समेत अन्य टीएमसी नेता मौजूद रहे। अभिषेक ने अपने भाषण में केंद्र की बीजेपी सरकार की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी (BJP) को पश्चिम बंगाल में 2021 विधानसभा में मिली करारी हार पच नहीं रही है। राजनीतिक रूप से हारने के बाद अब वे बंगाल को भुखा मारने की साजिश रच रहे हैं। केंद्र ने आवास योजना, 100 दिन काम, गांव सड़क योजना, मध्यान्ह भोजन योजना में बंगाल का पैसा रोक रखा है। अभिषेक ने कहा, बंगाल की जनता किसी भी सूरत में दिल्ली के आगे नहीं झुकेगी। अभिषेक ने चेतावनी दी कि बकाया वसूलने के लिए बंगाल से दस लाख लोगों को दिल्ली ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जाएंगे और धरने पर बैठेंगे। इस मौके पर अभिषेक बनर्जी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछली बार पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुछ इस तरह का माहौल बनाया था कि टीएमसी चुनाव हार जाएगी और भाजपा को बहुमत मिलेगा लेकिन जब चुनाव के नतीजे ऐसा देखा गया कि 2021 में टीएमसी को कितनी सीटें मिली वह 2016 से ज्यादा थी। अभिषेक कहा कि जनता ने टीएमसी को स्वीकारा और भाजपा के झूठ को दरकिनार कर दिया वहीं भाजपा नेताओं द्वारा टीएमसी पर कोयला तस्करी में सम्मिलित होने का आरोप लगाने को लेकर उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई के द्वारा टीएमसी के नेताओं को परेशान किया जा रहा है। उन पर कोई लाचारी सहित अन्य मामलों का आरोप लगाया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा नेता ही कोयला तस्करी में सम्मिलित है। उन्होंने नाम लिए बिना पांडवेश्वर के पूर्व विधायक और वर्तमान भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी पर हमला किया उन्होंने कहा कि सबसे बड़े कोयला तस्कर तो वही थे जो आज भाजपा में सम्मिलित हो गए। भाजपा कोयला तस्करों को टिकट देती है और चुनाव लड़ जाती हैं और फिर वही भाजपा स्वच्छता की बात करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का तो कोयला तस्करों के साथ संबंध है। भाजपा के बड़े-बड़े नेता, केंद्रीय मंत्री (Central minister) जब यहां आते हैं तो कोयला तस्करों के होटल में ठहरते हैं।