एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : केंद्र के पास कथित तौर पर बंगाल के लोगो का 15,000 करोड़ रुपये बकाया को लेकर "रिलीज बंगाल फंड्स नाउ" लिखी तख्तियां लेकर टीएमसी (TMC) के नेता दिल्ली के राजघाट पर धरने पर बैठे। सूत्रों के मुताबिक इस धरना को लेकर असम (Assam) के टीएमसी प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टीएमसी को राजघाट पर आकर विरोध करने के लिए "मजबूर" होना पड़ा क्योंकि भाजपा सरकार ने मनरेगा (MANREGA) फंड जारी करने को "जानबूझकर रोक दिया"।
रिपुन बोरा ने कहा कि "भाजपा सरकार ने जानबूझकर मनरेगा फंड और यहां तक कि पीएम आवास योजना फंड (Housing Scheme Fund) जारी करना बंद कर दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार के 15,000 करोड़ रुपये अवरुद्ध कर दिए गए हैं। यह अन्याय है और केंद्र-राज्य संबंधों का उल्लंघन है। पश्चिम बंगाल भीख नहीं मांग रहा है; यह है सरकार की संवैधानिक हिस्सेदारी...हमने कई ज्ञापन दिए लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। हम राजघाट पर आकर विरोध करने के लिए मजबूर हुए।