स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: सूर्य उपासना का महापर्व छठ व्रत आज नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है। शहर के गंगा घाटों पर छठ गीत गाते व्रती नहाय-खाय के साथ व्रत को आरंभ कर रहीं हैं। यह व्रत साल में दो बार मनाया जाता है। एक अप्रैल में जिसे चैती छठ कहते है और दूसरा नवंबर के कार्तिक मास में दिवाली के बाद छठ पूजा करते हैं। कार्तिक में मनाए जाने वाला छठ पर्व मुख्य माना जाता है। इस चैती छठ में व्रत के पहले दिन नहाय-खाय के व्रत का अनुष्ठान किया जाता है। छठ व्रत की तरह ही चैती छठ भी चार दिन का पर्व है। पहले दिन नहाया खाय, इसके बाद खरना, फिर गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाता है। व्रत के चौथे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होता है।