पलविंदर सिंह, एएनएम न्यूज़: पश्चिम बंगाल में स्कूल सर्बिस कमीशन के काले कारण मे शामिल पूर्व शिक्षा मंत्री वर्तमान भारी उद्योग मंत्री पार्थो चटर्जी, को अविलंब गिरफ्तारी के साथ राज्य मंत्री परेश अधिकारी के निखोज मामले को लेकर कुल्टी डीवाईएफआई, एसएफआई ने प्रदर्शन कर मानव बंधन बनाकर कुल्टी थाने मिसिंग डायरी दी। इस दौरान माकपा के कुल्टी जोन के सभी बड़े नेता शामिल हुए। इस प्रतिवाद सभा मे माकपा के वरिष्ठ श्रमिक नेता सुजीत भट्टाचार्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल में आज़ादी के बाद ये सबसे बड़ा दुर्नीति का मामला है। जहा परीक्षा देने वाले मेरिट के छात्र छात्राओं को पीछे कर दुर्नीति से ग्रस्त नेता और मंत्रियों ने बड़ी रकम लेकर अपने ओर सत्ता में शामिल लोगों की नियुक्ति की जो गैर कानूनी ओर गैर जिम्मेदारना है। पिछले पाँच वर्षों से ये अपनी नौकरी की मांग को लेकर सरकार और शिक्षा मंत्रालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे है। परंतु पश्चिम बंगाल में मां माटी ओर चोरों की सरकार एक भी सुनने का नाम ही नही ले रही है।
वही डीवाईएफआई के पूर्व राज्य नेता देवानंद प्रशाद ने कहा जिस प्रकार राज्य में एसएससी ओर शिक्षकों की नियुक्ति जिसमे आठवी नवमी क्लास के शिक्षकों के भर्ती पदों को जिस प्रकार से घोटाला कर अवैध रूप से बिना परीक्षा और मेरिट वाले को नौकरी दी गयी। ऐसे शिक्षा मंत्री को अविलंब जेल में डालकर उन पर कार्यवाही हो न कि सुनवाई। राज्य सरकार सब कुछ जानते हुए इसे लगातार टाल बहाना बनाकर छात्र छात्राओं के धरना प्रदर्शन के अधिकारों को भी दमन कारी नीतियों से कुचलने के काम किया है। लाठियां बरसाई गयी वाटर कैनन से धकेला गया। गिरफ्तारी की गई जो असवैधानिक थी। माननीय न्यायालय पर सभी का भरोसा था। एक दिन दूध का दूध और पानी का पानी सामने आएगा ऐसी निर्लज्ज सरकार का।