एएनएम न्यूज, ब्यूरो: पंजाब सरकार ने सिद्धू मूसेवाला की वीआईपी सुरक्षा वापस लिए जाने के फैसले की भी जांच कराने की बात कही है। सीएमओ ऑफिस ने बताया कि मुख्यमंत्री इस मामले में पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। आज मुख्यमंत्री वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मामले में मीटिंग भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बयान जारी कर कहा कि दोषिय़ों को जल्दी ही पक़ड़ लिया जाएगा। सिद्धू मूसेवाला मांग की है कि पंजाब के डीजीपी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डीजीपी ने उनके बेटे की हत्या को गैंगवॉर का नतीजा बताया है, जिस पर उन्हें माफी मांगनी चाहिए। फिलहाल मूसेवाला की हत्या के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आईपीसी की धारा 302, 307, और 341 के तहत यह केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा आर्म्स ऐक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। पुलिस फिलहाल हत्यारों की पहचान के लिए आसपास के इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। यही नहीं उस वीडियो की भी पुलिस जांच करने में जुटी है, जिसमें दो कारें सिद्धू मूसेवाला की गाड़ी का पीछा करती दिख रही हैं। बता दें कि शनिवार को ही भगवंत मान सरकार ने बड़ी संख्या में पंजाब के वीआईपी लोगों की सुरक्षा को वापस लिया था या उसमें कटौती की थी। ऐसे में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद भगवंत मान सरकार के फैसले पर भी सवाल उठ रहे हैं। पंजाब के डीजीपी ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि सिंगर के पास 4 कमांडो थे, जिनमें से दो को वापस ले लिया गया था। हालांकि रविवार को निकलते वक्त वह उन दो कमांडोज को भी साथ लेकर नहीं गए थे। यही नहीं सिद्धू मूसेवाला के पास एक निजी बुलेटप्रूफ कार भी थी, जिसे वह लेकर नहीं गए थे।