स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आज स्कूली बच्चों का उदाहरण देते हुए लापरवाह लोगों को बड़ा संदेश दिया है सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच ने। दरअसल, जस्टिस यू यू ललित जस्टिस, एस रविंद्र भट अैर न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया जल्दी अदालत पहुंचे और उनकी बेंच ने सुबह साढ़े नौ बजे से मामलों की सुनवाई शुरू कर दी। इस दौरान जस्टिस यू यू ललित जस्टिस ने टिप्पणी करते हुए कहा की अगर बच्चे सुबह सात बजे स्कूल जा सकते है तो वकील सुबह नौ बजे अपना काम क्यों नहीं शुरू कर सकते। उन्होंने कहा की 'मेरे हिसाब से, हमें आदर्श रूप से सुबह 9 बजे से बैठ जाना चाहिए। मैंने हमेशा कहा है की यदि बच्चे सुबह सात बजे स्कूल जा सकते हैं, तो हम सुबह नौ बजे क्यों नहीं आ सकते।’