स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: शनि के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है। शनि की बुरी नजर पड़ने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगने पर शनि का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भोलेनाथ की पूजा- अर्चना करने से शनि का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है। इस समय भोलेनाथ का पावन माह यानी सावन चल रहा है। सावन के पावन माह में भोले शंकर की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। शनि के अशुभ प्रभावों में इस समय सावन के महीने में रोजाना नियम से भोलेनाथ को जल अर्पित करना चाहिए। जल अर्पित करने के साथ ही रोजाना मां पार्वती और गणपति महाराज का भी ध्यान करें और भगवान शिव की आरती, चालीसा का पाठ करें।