क्या पुलिस के मारने से हुई बीजेपी नेता के भाई की मौत ?

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Harmeet
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क्या पुलिस के मारने से हुई बीजेपी नेता के भाई की मौत  ?

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के गोल्फग्रीन थाना इलाके में एक बीजेपी नेता के भाई दीपांकर साहा की पुलिस हिरासत में मौत के आरोप में पुलिस ने तीन पुलिसकर्मियों को क्लोज कर दिया गया। 34 वर्षीय दीपांकर साहा आजादगढ़ के रहने वाले हैं।शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी। गोल्फग्रीन पुलिस सार्जेंट अमिताभ तमांग, कांस्टेबल तैमूर अली और सिविक वालंटियर आफताब मंडल को क्लोज कर दिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक दीपांकर साहा के परिवार के अनुसार पिछले रविवार गोल्फ ग्रीन थाने के कुछ पुलिसकर्मी उनके घर आए और दीपांकर को रविवार दोपहर 2 से 2:30 बजे के बीच थाने ले गई। परिवार के मुताबिक, जब पुलिस को पूछा गया कि दीपांकर को थाने क्यों ले जाया जा रहा है, तो पुलिस कोई जवाब नहीं दे पाई। इसके खिलाफ बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने गोल्फ ग्रीन थाने के सामने प्रदर्शन किया। परिजनों के मुताबिक रात करीब नौ बजे पुलिस उसे सड़क पर छोड़ गई। घर के लोगों का दावा है कि दीपांकर बीमार पड़ गए। पिछले मंगलवार को तबीयत बिगड़ने पर दीपांकर का परिवार उन्हें शिशुमंगल ले गया और वहा डॉक्टरों ने वहीं भर्ती होने की सलाह दी। हालांकि उन्हें वहां भर्ती नहीं किया गया था और परिवार के सदस्य घर लौट आए। उनके परिवार ने दावा किया कि गुरुवार देर रात दीपांकर फिर से बीमार पड़ गए और शरीर में तेज दर्द होने लगा। उसके बाद उन्हें एमआर बांगुर अस्पताल ले जाया गया। परिजनों के मुताबिक जब उसे वहां ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार का आरोप है कि दीपांकर ने पहले तो मुंह नहीं खोला लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के बाद घर में पुलिस की पिटाई की बात बताई थी। यहां तक ​​कि घर के लोगों ने दावा किया कि दीपांकर ने उनसे कहा था कि अगर वे कुछ कहते हैं तो पुलिस उन्हें झूठे मामले में फंसा देगी। लालबाजार में परिवार की ओर से लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। उस शिकायत के आधार पर, पुलिस ने दावा किया कि उसे थाने ले जाने और थाने से बाहर ले जाने का फुटेज सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था, लेकिन कहीं कोई मारपीट नहीं हुई। हालांकि, चूंकि परिवार ने सीधे तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायत की है, सूत्रों के अनुसार तीनों को क्लोज कर दिया गया है। बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने फेसबुक पोस्ट कर कोलकाता पुलिस पर सवाल किया है।