टोनी आलम, एएनएम न्यूज: आरपीएफ अधिकारी बनकर रंगदारी वसूलने के आरोप में दुर्गापुर के कंकसा थाने की पुलिस की जाल में दो व्यक्ति पकड़े गए। जब आरोपियों को पुलिस हिरासत की मांग को लेकर दुर्गापुर अनुमंडल न्यायालय ले जाया गया तो न्यायाधीश ने तीन दिन की पुलिस हिरासत का आदेश दिया। पुलिस घटना की जांच कर रही है। निलंबित आरपीएफ कर्मी उप्पल चटर्जी पर खुद को आरपीएफ अधिकारी बताकर रंगदारी वसूलने का आरोप है। स्थानीय लोगों ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। पुलिस ने न केवल उत्पल बल्कि उसके कार चालक सुखलाल बाउरी को भी गिरफ्तार किया है। घटना स्थल दुर्गापुर के कांकसा थाना क्षेत्र का बंशकोपा क्षेत्र है। बंशकोपा में राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के किनारे एक ढाबा है। कथित तौर पर पुरुलिया निवासी उत्पल चटर्जी हर महीने पुलिस का स्टीकर लगाकर कार में आता था और कभी दो हजार तो कभी एक हजार रुपये लेता था। शनिवार की रात भी पुलिस और भारत सरकार स्टिकर वाली कार में उस ढाबे पर आ गया। कथित तौर पर फर्जी आरपीएफ कर्मी उत्पलबाबू ने ढाबा मालिक से पांच हजार रुपये की मांग की। कांकसा थाने को सूचना दी गई। पुलिस ने पहुंचकर उप्पल चटर्जी और उनके कार चालक सुखलाल बाउरी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों की पुलिस कस्टडी में लेकर जांच में तेजी लाना चाहती है।