स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : इतिहास की किताबों में दर्ज आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर का नाम आपने सुना होगा। आपको बता दें कि बहादुर शाह जफर के 20 बेटे थे। बहादुर शाह के दो बेटे मिर्जा जवान बख्त और मिर्जा शाह अब्बास। इनकी तस्वीरें अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती है। उनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि बहादुर शाह के इन दोनों बेटों ने मुगल साम्राज्य का पतन अपनी आंखों से देखा था। इतिहास के जानकार बताते हैं कि दोनों बेटों में मिर्जा जवान बख्त से जफर को ज्यादा लगाव था। बख्त का पालन-पोषण उसकी मां जीनत महल ने किया था। जीनत की पूरी इच्छा थी कि मुगलों का अगला वारिस बख्त बनें लेकिन अंग्रेजों के आगे जीनत की एक ना चली।
बहादुर शाह ने 20 सितंबर 1857 को अंग्रेजी फौज के आगे इस शर्त पर आत्मसमर्पण कर दिया कि उनके परिवार को कुछ नहीं किया जायेगा । बहादुर शाह जफर ने हुमायूं के मकबरे में आत्मसमर्पण कर दिया। रंगून भेजे जाने के बाद मिर्जा जवान बख्त को शराब की ऐसी आदत लगी कि लिवर सिरोसिस की वजह से 18 सितंबर 1884 को उसकी मौत हो गई। तब जवान बख्त की उम्र 43 साल ही थी। 25 दिसंबर 1910 को मिर्जा शाह अब्बास ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।
क्या आपको पता है कि जिन मुगलों ने कई सौ सालों तक भारत पर राज किया अब उनके वंशज कहां और किस हालत में हैं? सुल्ताना बेगम अन्तिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की पौत्रवधू थी। 2005 में उनकी उम्र 60 साल थी। तब ये हावड़ा की झुग्गियों में मामूली पेंशन पर रोजमर्रा की जिन्दगी बिता रही थी।