साजिश के तहत घरों से हटाने की कोशिश, केंद्र और राज्य दोनों सरकारों पर लगाया आरोप

author-image
Harmeet
New Update
साजिश के तहत घरों से हटाने की कोशिश, केंद्र और राज्य दोनों सरकारों पर लगाया आरोप

टोनी आलम, एएनएम न्यूज: पश्चिम बंगाल बस्ति उन्नयन समिति रानीगंज शहर के जिलाध्यक्ष सुजीत दत्ता ने लंबे समय से रानीगंज के बर्न्स में 540 एकड़ जमीन पर रहने वाले झुग्गीवासियों को बेदखल करने के प्रयास के खिलाफ एकजुट लड़ाई का आह्वान करते हुए रानीगंज शहर के तीसरे सम्मेलन का उद्घाटन किया। रानीगंज कोयला श्रमिक भवन में गुरुवार को सम्मेलन में 60 प्रतिनिधि शामिल हुए। 10 प्रतिनिधियों ने चर्चा की।‌ वार्ताकारों ने चिंता के साथ कहा कि आधार कार्ड को राशन कार्ड से जोड़ने के नाम पर झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों का राशन पाने का अधिकार खतरे में पड़ने वाला है। सिहरशोल में झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों के लिए विद्यासागर पाठशाला खोली गई है। सभी बस्ती क्षेत्रों में गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित की जाए। सौमित्र सिन्हा, आनंद बाउरी, झूमा दास, टीना बाउरी आदि द्वारा गठित एक सभापति मंडली ने सम्मेलन का संचालन किया। सम्मेलन से संजय प्रमाणिक को सचिव और आनंद बाउरी को अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर संजय प्रमाणिक ने कहा कि जिस तरह से रानीगंज के 11 वार्डों में रहने वाले बस्ती वासियों को हटाने की साजिश रची जा रही है। उसके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उनके संगठन की तरफ से यह सम्मेलन का आयोजन किया गया, जहां कई मुद्दों पर बातचीत हुई। विशेषकर बस्ती वासियों को राशन मिलने में हो रही परेशानियों के मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया गया, इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बर्न स्टैंडर्ड कंपनी किस जमीन पर हजारों लोग बस्तियां बनाकर रहते हैं। रेलवे द्वारा उन लोगों को हटाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि यह जमीन रेलवे की है ही नहीं तो फिर रेलवे द्वारा इस जमीन को खाली कराने का क्या तुक बनता है। उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों पर आरोप लगाया कि वह एक साजिश के तहत बस्तियों में रहने वाले लोगों को उनके घरों से हटाने की कोशिश कर रहे हैं।