स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: वर्ष में दो बार आती है नवरात्रि लेकिन शारदीय नवरात्रि का एक अलग ही महत्व है। इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। उत्तर भारत और खास तौर पर उत्तर प्रदेश और आस-पास के इलाके में इस दौरान रामलीला का महत्व सबसे ज्यादा होता है।
ऐसा माना जाता है कि सबसे पहले 16वीं सदी में वाराणसी में रामलीला हुई थी। बताया जाता है काशी नरेश ने गोस्वामी तुलसीदास के रामचरितमानस को पूरा करने के बाद रामनगर में रामलीला कराने का संकल्प किया था। जिसके बाद गोस्वामी तुलसीदास के शिष्यों ने पहली बार इसका मंचन किया।