एएनएम न्यूज, ब्यूरो: इस फूल को शिवलिंगी इसलिए कहा जाता है कि इसकी आकृति ही शिवलिंग जैसी है। खास बात यह कि फूल के भीतर दिख रही शिवलिंगी आकृति ऐसी लगती है जैसे इसके ऊपर शेषनाग ने अपना फन छत्र की तरह फैला रखा है। इसके पेड़ काफी विशाल होते हैं। इस साल सावन के इस महीने में जब 12 साल बाद ये फूल दिखे तो हर कोई इसे खरीद कर भगवान भोलेनाथ पर चढ़ा रहा है। दुमका के बासुकीनाथ से सटे है दारूक वन, शिवलिंगी फूल का यह पेड़ इसी वन में है।