टोनी आलम, एएनएम न्यूज: पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश के मौके पर ईद उल मिलाद उन नबी या नबी दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर एक जुलूस भी निकाला जाता है जिसे जुलूस ए मोहम्मदी कहते हैं औद्योगिक शहर जामुड़िया में भी रविवार को जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। इस मौके पर इस्लाम धर्म के धर्म गुरुओं ने बताया कि हजरत मोहम्मद साहब का संदेश न सिर्फ मुसलमानों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है उन्होंने पूरी दुनिया में अमन और शांति का पैगाम दिया है जो कि ना सिर्फ इस्लाम को मानने वालों के लिए उपयुक्त है बल्कि सभी धर्मों के लोगों के लिए जरूरी है। इनका कहना है कि आज पूरी दुनिया में जिस तरह की अशांति फैली हुई है और लोग एक दूसरे को मारने काटने पर तुले हुए हैं ऐसे में हजरत मोहम्मद साहब का संदेश दुनिया में अमन और शांति का माहौल बना सकता है और यही वजह है कि जुलूस ए मोहम्मदी निकालकर हजरत मोहम्मद साहब के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश की गई।
इस मौके पर मदीना मस्जिद के इमाम और खाते मौलाना मोहम्मद जसीम अहमद रिजवी ने बताया कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है आज ही के दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। यही वजह है कि पूरी दुनिया में इस दिन को पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।