स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : हिन्दू धर्म में नरक चतुर्दशी व्रत का बहुत महत्व है। इस पर्व को नरक चौदस, रूप चौदस और काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है। पंचांग के अनुसार यह व्रत दिवाली से एक दिन पहले रखी जाती है।
इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध सृष्टि को उसके प्रकोप से बचाया था। इसलिए इस दिन कान्हा की पूजा से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है।
नरक चतुर्दशी व्रत के दिन सुबह शरीर पर उबटन लगाकर नहाना चाहिए । माना जाता है कि ऐसा करने से रूप में निखार आता है।
इस दिन संध्या के समय घर के मुख्य द्वार पर जरूर दीपक जलाएं। साथ ही निमित्त आटे का चौमुखी दीपक जलाना भी नही भूलना चाहिए। इससे देवता यमराज प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति के परिवार की अकाल मृत्यु से रखा होती है।
इस दिन दक्षिण दिशा में मुख कर 'मृत्युनां दण्डपाशाभ्यां कालेन श्यामया सह। त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम्।। ' मंत्र का जाप करना चाहिए।