एएनएम न्यूज, ब्यूरो : नरक चतुर्दशी व्रत का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है। नरक चतुर्दशी व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन रखा जाता है। पंचांग के अनुसार यह व्रत दिवाली से एक दिन पहले रखी जाती है। इस दिन सुबह सन्ना आदि के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद घर के ईशान कोण में पूजा करें और पूजा से पहले पंचदेवों की स्थापना करें। इसमें सूर्यदेव, गणेश जी, दुर्गा, शिव और विष्णु भगवान शामिल हैं। भोग लगाएं। पूजा में सभी के सामने धूप जलाएं और साथ ही मस्तक पर हल्दी या चंदन का तिलक लगाएं। नरक चतुर्दशी के दिन षोडशोपचार की सामग्री से पूजा करनी चाहिए। मंत्रों का जाप करते रहें। इसके बाद घर के मुख्य द्वार या आंगन में प्रदोष काल में दीपक जलाएं। इस दिन यम के नाम का भी एक दीपक जलाया जाता है। इस दिन घर के हर कोने में दीपक जलाएं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण और माता काली के साथ-साथ देवता यमराज की विशेष पूजा का भी विधान शास्त्रों में वर्णित है।