स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : कोरोना संक्रमण ने दिमाग की गति को धीमा कर दिया। संक्रमण से उबरे तमाम लोगों की सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ा है। मनोचिकित्सक ने बताया की ये स्लो मेन्टेशन हैं। गोरखपुर जिला अस्पताल में स्लो मेन्टेशन के मरीजों की संख्या करीब 200 है। इन्हें दवा के साथ दिमागी कसरत की भी सलाह दी जा रही है। गोरखपुर जिला की एक मनोचिकित्सक ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण का असर सिर्फ फेफड़े तक ही नहीं बल्कि दिमाग की झिल्लियों तक पहुंच गया। इस संक्रमण ने दिमाग पर इंसेफलाइटिस जैसा असर किया है, इसके कारण दिमाग के न्यूरॉन्स में बदलाव हुए। न्यूरॉन्स के अलावा दिमाग में होने वाले शार्ट सर्किट की गति भी धीमी हो गई।