स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : सबसे पहले जनरल मोहन सिंह के मन में आजाद हिंद फौज की स्थापना का विचार आया था। और इस सेना के गठन में जनरल मोहन सिंह के साथ रास बिहारी बोस और पंजाब से निरंजन सिंह गिल अहम भूमिका में रहे। उन्होंने बताया कि आजाद हिंद फौज में अधिकारी और सैनिक स्तर पर कितने पंजाबी थे, इसका विस्तृत विवरण मिल पाना संभव नहीं है क्योंकि नेताजी की इस सेना के बारे में जो भी तथ्य एकत्र किए गए, वह देश की आजादी के बाद ही संभव हुआ । उन्होंने बताया कि आरंभ में इस सेना में 16,000 से अधिक सैनिक भर्ती हुए जिनकी संख्या बाद में तेजी से बढ़ी और 80,000 को पार कर गई थी।