स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) "सीरवावैक"(CERVAVAC) वैक्सीन का उत्पादन 2023 की पहली तिमाही में शुरू होगा। कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हो गई थी। एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला शुक्रवार को ये जानकारी दी। पूनावाला ने कहा कि इसमें एक साल की देरी हो गई क्योंकि हम इसके लिए एक नए तरीके का उपयोग कर रहे हैं। हम कोवोवैक्स के लिए मूल एचपीवी वैक्सीन निर्माण का उपयोग करते हैं। इसलिए, महामारी के दौरान हमारे पास कोई विकल्प नहीं था और आप जानते हैं डेंगू जैसे कई टीके और अन्य विकास कार्यक्रमों के कारण दो साल की देरी हो गई।