एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : योगी आदित्यनाथ सरकार ने डेंगू के मरीजों के लिए नकली प्लेटलेट्स बेचने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज करने का फैसला किया है। यह फैसला प्रयागराज में एक मरीज की मौत के कुछ दिनों बाद आया है। एक निजी अस्पताल द्वारा प्लेटलेट्स के बजाय 'मौसंबी' के रस का इंजेक्शन लगाया गया, जिससे मरीज की मौत हो गयी। इसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक रविवार को इस सिलसिले में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने कहा कि गिरफ्तार लोगों ने संगठित तरीके से अपराध किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। उनकी कॉल डिटेल की जांच की जा रही है और जिनके नाम फर्जी प्लेटलेट्स रैकेट में सामने आएंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए राघवेंद्र, सरफराज, सुनील और दिलीप शुक्ला, जो कथित तौर पर रैकेट के सरगना थे, एक निजी प्रयोगशाला में काम करते थे और शुल्क के भुगतान के बाद ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेते थे और उन्हें प्लेटलेट पाउच में पैक करके जरूरतमंद लोगों को बेचते थे।