स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंचायत चुनावों से पहले राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों के लिए लगभग दो लाख स्वयं सहायता समूह बनाएगी ताकि उन लोगों के लिए नौकरी के अवसर पैदा किए जा सकें जिन्होंने केंद्र द्वारा मनरेगा निधि बंद करने के बाद अपनी आजीविका खो दी है।
सूत्रों ने बताया कि,यह निर्णय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यह अनुमान लगाने के बाद लिया गया था कि मनरेगा के तहत धन की कमी का आम लोगों की आजीविका पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
पश्चिम बंगाल स्वरोजगार निगम लिमिटेड को जिलों में अधिकारियों की मदद से उन समूहों को बनाने का काम सौंपा गया।