स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा पर अन्नपूर्णा जयंती अपने भक्तों को सुख-सौभाग्य प्रदान करने वाली देवी अन्नपूर्णा की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि, एक बार प्राचीन काल में, जब पृथ्वी पर अन्न की कमी हो गई थी, तब माता पार्वती ने अन्न की देवी के रूप में 'माँ अन्नपूर्णा' का अवतार लिया था, ताकि पृथ्वी के लोगों को भोजन प्रदान किया जा सके और अपने आनंद से समस्त मानव जाति की रक्षा करना। जिस दिन मां अन्नपूर्णा का जन्म हुआ था, वह हिंदी कैलेंडर में मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा थी। इसी कारण मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन 'अन्नपूर्णा जयंती' मनाई जाती है।