स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कहा जाता है कि कामाख्या देवी मंदिर में मां कामाख्या के रसज्वला होने के समय मूर्ति के आसपास सफेद कपड़ा बिछा दिया जाता है और उस दौरान मंदिर के पट भी बंद कर दिए जाते हैं जिन्हें 3 दिन बाद खोला जाता है। कहते हैं कि दरवाजे खोलने के बाद मूर्ति के आसपास बिछाया हुआ सफेद कपड़ा माता के रज के लाल रंग से भीगा मिलता है और फिर इसी कपड़े को भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।