एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का योगदान और प्रभाव इतना महान था कि कुछ विद्वानों का मानना है कि यदि नेताजी उस समय जीवित होते, तो संभवतः विभाजन के बिना भारत एक संयुक्त राष्ट्र बना रहता। स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम सबसे पहले आता है। नेताजी की सोच में एक अलग ही ऊर्जा थी, जिसने कई देशभक्त युवाओं के मन में उत्साह निर्माण किया। सुभाष चंद्र बोस अपने दृढ़ संकल्प और अपनी सोच से कभी समझौता नहीं करने के लिए जाने जाते थे। वे न केवल भारत के लिए परंतु दुनिया के लिए भी प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ की घोषणा से प्रत्येक भारतीयों के मन में राष्ट्र प्रेम की ज्योत जला दी। अंग्रेजों से लड़ने के लिए संघर्ष किया।