सुभाष चन्द्र बोस के रहस्य से जुड़ी किताब चेका, "द रोड ऑफ बोन्स" का मुंबई में हुआ विमोचन (Video)

18 अगस्त 1945 को ताइहोकू विमान दुर्घटना में हुई थी। विमान दुर्घटना का कोई ठोस सबूत नहीं है। परंतु आज भी हर 23 जनवरी को, बोस के जन्मदिन पर, भारत के लोग "नेताजी वापस आओ" का नारा लगाते हैं।

author-image
Jagganath Mondal
एडिट
New Update
The Road of Bones launched in Mumbai

The Road of Bones launched in Mumbai

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु से घिरा रहस्यों पर प्रकाश डालते हुए, चेका, द रोड ऑफ बोन्स पुस्तक का देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के मुंबई मराठी पत्रकार संघ में विमोचन सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और ऑल इंडिया लीगल एड फोरम के सर्व भारतीय सचिव श्री जयदीप मुखर्जी द्वारा किया गया।  

इस पुस्तक के लेखक जॉयदीप मुखर्जी भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वकील और अखिल भारतीय कानूनी सहायता फोरम और अखिल भारतीय बार एसोसिएशन के महासचिव हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस का गायब होना आज तक एक रहस्य बना हुआ है। इसी रहस्यमई घटना को उन्होंने अपने पुस्तक में जगह दी है। 

ब्रिटिश शासन के दौरान एक निजी एजेंसी द्वारा यह घोषित किया गया है कि सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को ताइहोकू विमान दुर्घटना में हुई थी। लेकिन विमान दुर्घटना का कोई ठोस सबूत नहीं है। परंतु आज भी हर 23 जनवरी को, बोस के जन्मदिन पर, भारत के लोग "नेताजी वापस आओ" का नारा लगाते हैं। अपनी पुस्तक, चेका, द रोड ऑफ बोन्स में, जॉयदीप मुखर्जी ने इस बात का समर्थन करने के लिए तथ्य और सिद्धांत प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने सवाल भी किया है कि नेताजी की गुमशुदगी आज भी रहस्य क्यों? वह जहां भी था वहां से उसे भारत वापस लाने का प्रयास क्यों नहीं किया गया और जांच फाइलों को उजागर करने की भी कोई पहल क्यों नहीं की गयी। इन्ही सब बातों पर प्रकाश डालते हुए लेखक ने इस पुस्तक को बड़ी बारीकी से अपने 20 वर्षो के रिसर्च के बाद लिखा है I किताब प्रेमियों और इतिहास पर रुचि रखने वालो के लिए यह पुस्तक वरदान साबित होगा।