स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: पीली टैक्सियों की तरह अब शहर की लाल और पीली मिनी बसों पर भी शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से पूरी तरह से सफाया होने का खतरा मंडरा रहा है। शहर के मिनीबस यूनियनों का एक मोटा अनुमान अक्टूबर 2025 को समय सीमा के रूप में रखता है जब 1900-मजबूत बेड़े का मुश्किल से 10 प्रतिशत अभी भी सड़क पर उतरने की स्थिति में होगा। पिछले चार वर्षों में प्रति वर्ष लगभग 10 मिनीबस मार्ग या तो बंद होने या पूरी तरह से बंद होने के कगार पर हैं। शहर में लगभग 45 में से बमुश्किल सात मिनीबस मार्गों में वर्तमान में 20 या अधिक बसें बची हैं। कोलकाता बस-ओ-पीडिया के महासचिव अनिकेत बनर्जी ने बताया , "महामारी के आसपास 40 मार्गों को खोना या गंभीर रूप से अपंग बनाना शहर की परिवहन व्यवस्था के लिए अच्छा नहीं है।"