स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: माघ पूर्णिमा का दिन अपने भाग्य और आर्थिक पक्ष को मजबूत करने का अवसर है। इस साल माघ पूर्णिमा 04 फरवरी शनिवार को रात 09:29 बजे से प्रारंभ हो जाएगी और यह 05 फरवरी को रात 11:58 बजे तक है। इस दिन आप सूर्योदय के साथ ही स्नान और दान कर सकते हैं। इस बार माघ पूर्णिमा पर रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग समेत चार शुभ योग बन रहे हैं। माघ पूर्णिमा के दिन आपको कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए. यदि आप भूलवश भी माता लक्ष्मी को नाराज कर देते हैं तो फिर आपके लिए संकट पैदा हो सकता है।
1. माघ पूर्णिमा के दिन देर तक न सोएं। प्रात:काल में उठकर स्नान कर लें और भगवान विष्णु का ध्यान करके दान दक्षिणा दें। सूर्योदय के बाद देर तक सोने से दुर्भाग्य बढ़ता है।
2. माघ पूर्णिमा पर स्नान न करना भी भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से स्वयं को दूर रखना है। यदि गंगा या तीर्थ स्नान नहीं कर पाते हैं तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर लें। गंगा की पवित्र बूदें जल को पवित्र कर स्वयं के समान कर देती हैं।
3. माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही भगवान विष्णु को। माघ पूर्णिमा पर अपने किसी भी कार्य से भगवान विष्णु या उनसे जुड़ी वस्तुओं का अनादर न करें। ऐसा करने से लक्ष्मी कृपा आपको प्राप्त नहीं होगी।
4. माघ पूर्णिमा के दिन केले के पौधे, तुलसी के पौधे, आंवला पेड़, पीपल, हरसिंगार आदि को किसी भी प्रकार से हानि न पहुंचाएं। ये भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से जुड़े हुए हैं।
5. माघ पूर्णिमा या फिर किसी भी दिन गाय को न मारें या उसका अनादर न करें। गाय को लक्ष्मी का रूप माना जाता है, उसमें सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इस दिन गोवंश की सेवा से पुण्य मिलता है।