वायरस को निर्दिष्ट करना कठिन है, मरीजों की उचित देखभाल नहीं कर रहे हैं

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Harmeet
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वायरस को निर्दिष्ट करना कठिन है, मरीजों की उचित देखभाल नहीं कर रहे हैं

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कई जिलों में तीव्र श्वसन बीमारी से पीड़ित बच्चों के मामलों में वृद्धि हो रही है। सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में विभिन्न जिलों के एआरआई से पीड़ित 26 बच्चों का इलाज चल रहा है। कुछ को क्रिटिकल केयर यूनिट में भी भर्ती कराया गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह सामान्य वायरल संक्रमण का समय है। इस मौसम में इन्फ्लूएंजा, पैरा इन्फ्लुएंजा और मेटा नोवा जैसे वायरस पाए जाते हैं। क्योकि इन सभी के लक्षण समान हैं, इसलिए विशेष वायरस को निर्दिष्ट करना कठिन है।

भर्ती बच्चे में से एक बच्चे के पिता ने कहा है कि, "खांसी, सर्दी और सांस लेने में तकलीफ होने के कारण पिछले आठ दिनों से यहां उनका इलाज चल रहा है। कोलकाता में कई बच्चों की मौत के बाद हम बहुत चिंतित हैं।" इधर एक बच्चे के पिता ने आरोप लगाया है कि "डॉक्टर ने कहा है कि, इलाज चल रहा है, वे अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं और मरीज की स्थिति पहले से बेहतर है। लेकिन बहनें और डॉक्टर मरीजों की उचित देखभाल नहीं कर रहे हैं।"