स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है होली का त्योहार। 8 मार्च को होली है। आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि सबसे पहले होली किसने खेली थी।
ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान शिव कैलाश पर अपनी समाधि में लीन थे, तब तरकासुर नामक दैत्य के वध के लिए कामदेव और देवी रति ने भगवान शिव को जगाने के लिए नृत्य किया था। जब नृत्य से भगवान शिव की समाधि भंग हुई थी, तब भगवान शिव ने क्रोध में आकर कामदेव को आग से भस्म कर दिया था, फिर रति ने प्रायश्चित में विलाप भी किया, तब भगवान शिव ने रति की स्थिति देखकर कामदेव को वापस जीवित कर दिया। रति और कामदेव प्रसन्न होकर ब्रजमंडल में ब्रह्म भोज का आयोजन किया, जिसमें सभी देवी-देवता शामिल हुए।
फिर रति ने चंदन से टीका लगाकर खुशी मनाई थी। ऐसा कहते हैं, कि यह आयोजन फाल्गुन पूर्णिमा के दिन ही हुआ था। ब्रह्म भोज में खुशी के मारे भगवान शिव ने डमरू बजाई थी और भगवान विष्णु ने बांसुरी बजाई थी, मां पार्वती ने वीणा बजाई थी, मां सरस्वती ने रागों में गीत गाई। तभी से ही हर साल होली में गीत, संगीत, और रंगों के साथ होली का आनंदोत्सव मनाया जाने लगा।