टोनी आलम, एएनएम न्यूज: वामपंथी मजदूर संगठन सीटू की ओर से आज कुनस्तोरिया कोलियरी क्षेत्र के बांसदा, उत्तरी सियारसोल, परासिया, कुनुस्तोरिया आदि कोलियरी क्षेत्रों में पिट पर प्रदर्शन किया गया। इनका कहना है कि कोलियरी में श्रमिकों के वेतन सहित विभिन्न चीजों का हिसाब रखने के लिए सैप नामक एक नए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि जेबीसीसीआई की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि ईसीएल के कर्मचारियों को बिजली पानी आवास के लिए कोई पैसा देना नहीं पड़ेगा। लेकिन जब से इस नए सॉफ्टवेयर के जरिए हिसाब रखा जा रहा है तब से देखा जा रहा है कि कर्मचारियों को आवास के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं। उदाहरण के लिए उन्होंने कहा कि आवास के लिए अगर किसी कर्मचारी को ₹50000 मिलते हैं तो उन ₹50000 को मूल वेतन के साथ जोड़ दिया जाता है। जिससे उनको ज्यादा टैक्स देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके जहां पहले उनको 20% टैक्स देना पड़ रहा था अब उनको 30% टैक्स देना पड़ रहा है। वही जेबीसीसीआई की जो बैठक में फैसला हुआ था कि आवास के लिए कोई पैसे नहीं देने पड़ेंगे उसके लिए भी उनको पैसे देने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने आज बकाया डियर की मांग पर राज्य सरकार के कर्मचारियों के हड़ताल का समर्थन किया। इनका कहना है कि राज्य सरकार राज्य सरकारी कर्मचारियों को वंचित कर रही है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के डीए से उनको तकरीबन 40% डीए कब मिल रहा है। इसी के खिलाफ जो आज हड़ताल बुलाई गई है सीटू द्वारा उसका समर्थन किया गया।