एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: पुरुलिया ज़िले के नेतुरिया, पंचेत और आसपास के जंगलो से दिन दहाड़े पेड़ो की कटाई कर छोटे छोटे पट्टियों में काट कर कुल्टी और नियामतपुर के कुछ इलाको में खपाया जा रहा है। यही नहीं बाराबनी और सलानपुर के रास्ते भी अवैध तरीके के काटे गए पेड़ो को यहाँ खपाया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि वन विभाग के लोग कुम्भकरण की नींद सोये हुए है। इन लकड़ी तस्करो को न तो वन विभाग का खौफ्फ़ है और न ही पुलिस प्रशासन की परवाह।
अवैध तरीके से काटे गए इन छोटे छोटे पट्टियों का फर्नीचर बना कर मोटा मुनाफा कमा रहे है कुछ व्यापारी। एएनएम न्यूज़ द्वारा किये गए स्वतंत्र जांच में यह पता लगा है कि जंगलो से कटे गए इन पेड़ो की लकड़ी को छोटे छोटे पट्टियों में काटकर पिकअप वैन में लादकर डीसरगढ़ पुल के रास्ते गंगूटिया होते हुए कुल्टी रेलपार लाया जा रहा है। यह धंदा दोपहर 2 से 4 बजे के बीच होता है, यही नहीं डीसरगढ़ पुल पार करने के लिए तस्कर अपनी मोटी कमाई का एक छोटा रकम पुल पर स्थित एक दुकान पर देकर बिना रोक टोक पुरुलिया से पश्चिम बर्धमान ज़िले में एंट्री ले लेते है।
एक ओर जहाँ राज्य सरकार पेड़ लगने पर ज़ोर दे रही है वही यह तस्कर हरे भरे पेड़ो को काट कर पर्यावरण को भारी नुकसान कर रहे है जिसका ख़मयाज़ा आने वाली पीढ़ी के साथ साथ सभी को चुकाना होगा।