जानिए क्यों दवा के तौर पर दालचीनी का उपयोग किया जाता है

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Harmeet
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जानिए क्यों दवा के तौर पर दालचीनी का उपयोग किया जाता है

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: व्यंजन संबंधी उपयोग आम तौर पर मसाले से जड़ी-बूटियों को अलग करता है। जड़ी-बूटियाँ अपने सुगन्धित या औषधीय गुणों के कारण स्वाद, सुगंध, दवा और भोजन के लिए इस्तेमाल होती हैं। जड़ी-बूटियाँ पौधे के हरे पत्ते या फूलों वाले हिस्से को संदर्भित करते हैं। जिसमें बीज, छोटे फल, छाल, जड़ और फल शामिल होते हैं। जैसे दालचीनी का पेड़ हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है लेकिन उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भूरे लाल रंग का होता है। दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है। इसका उपयोग मसालों के साथ साथ दवा के तौर पर भी किया जाता है। अलग-अलग तरीकों से दालचीनी का उपयोग कर सकते है पाचन में सुधार लाने और जठर संबधी विकारों के लिए। दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काढ़ा बना कर उपयोग किया जाता है कब्ज और गैस की समस्या कम करने के लिये। अपच, पेटदर्द और सीने में जलन महसूस होने पर आप दालचीनी, सौन्ठ, जीरा और इलायची सम मात्रा में लेकर पीसकर गरम पानी के साथ ले सकते हैं इस से आपको राहत मिलेगा। दालचीनी, काली मिर्च पावडर और शहद आदि मिलाकर भोजन के बाद लेने से पेट की परेशानी नहीं होती है। दालचीनी से उल्टी और दस्त रुकते हैं। इसके अलाबा चुटकी भर दालचीनी पावडर पानी में उबालकर, उसी में चुटकी भर काली मिर्च पाउडर और शहद मिलाके उपयोग करने से सर्दी-जुकाम, गले की सूजन एवं मलेरिया कम हो जाता है।