स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: दीपावली के बाद से राजधानी दिल्ली में बढ़ा वायु प्रदूषण का गंभीर चिंता। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सांस के रोगियों के लिए ऐसा दूषित वातावरण गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकता है। इस बीच हाल ही में हुए एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने वायु प्रदूषण के एक और जोखिम के बारे में लोगों को सचेत किया है। जर्नल पीएनएएस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण के कणों के लगातार संपर्क में रहने वाले लोगों को अवसाद यानि की डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक जिन लोगों में डिप्रेशन का आनुवांशिक जोखिम अधिक होता है, ऐसे लोगों को लिए वायु प्रदूषण वाला वातावरण बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है।वैज्ञानिकों का कहना है कि वायु प्रदूषण सिर्फ श्वसन रोगों ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। इस बारे में लोगों को विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है।