स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: हाई वोल्टेज नंदीग्राम मामले में बेंच को शिफ्ट कर दिया गया है। ममता बनर्जी नहीं चाहती थीं कि नंदीग्राम मामले की सुनवाई जस्टिस कौशिक चंद की अदालत में हो। कौशिक चंद से प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के हाथ मिलाने से तृणमूल नेतृत्व अधीर हो गया। इसके अलावा, तृणमूल नेतृत्व ने शिकायत की कि कौशिक चंदा ने भाजपा की ओर से कई मुकदमे लड़े थे, जबकि वह एक वकील थे। हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश कौशिक चंद ने अपने दम पर नंदीग्राम मामले से नाम वापस ले लिया है। इसलिए नंदीग्राम मामले की सुनवाई जस्टिस शंपा सरकार की बेंच में होगी। अगले कुछ दिनों में मामले की सुनवाई होगी। नंदीग्राम मामले की सुनवाई जस्टिस शंपा सरकार की सिंगल बेंच में होगी। कलकत्ता उच्च न्यायालय के मास्टर ऑफ रोस्टर न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं। इसलिए वह तय करता है कि किस मामले की सुनवाई किसी जज के कोर्ट में होगी। इसी के तहत नंदीग्राम मामले की पीठ में बदलाव किया गया है।