स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : शनिवार को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा कि देश में कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट अभी भी मेन सर्कुलेटिंग वैरिएंट बना हुआ है। ओमिक्रॉन इस मामले में डेल्टा से पीछे है। इसका मतलब है कि कोरोना से बचाव के मौजूदा उपाय और वैक्सीन प्रभावी रहेंगे।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के एडिशनल डॉयरेक्टर जनरल डॉ. समीरन पांडा ने बताया कि देश में ओमिक्रॉन पेशेंट्स की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि, राज्यों को सतर्क रहना होगा। देश में शुक्रवार को ओमिक्रॉन मामलों की संख्या 100 पार करने के मामले पर डॉ. पांडा ने कहा कि उनमें से अधिकतर केस ट्रैवल से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि अभी ओमिक्रॉन को लेकर अधिक डेटा की जरुरत है। इसलिए लोगों को सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जारी रखना चाहिए और मौजूदा वैक्सीन पर भरोसा रखना चाहिए।